जिस दिल की आग में मुझे जला दिया गया
उसमें सुना है तुझको भी रुस्वा किया गया
जब भी हैं माँगती ये हवाएँ हिसाब ए जाँ
कहते हैं जी लिए हैं के जैसे जिया गया
उतनी ही सुलग पाई कि जितनी नसीब थी
मसला ए ज़िंदगी से , सबब ये लिया गया
महँगी बड़ी है जान की क़ीमत न लगाना
हर रूह में एक नूर ख़ुदा का दिया गया
उसमें सुना है तुझको भी रुस्वा किया गया
जब भी हैं माँगती ये हवाएँ हिसाब ए जाँ
कहते हैं जी लिए हैं के जैसे जिया गया
उतनी ही सुलग पाई कि जितनी नसीब थी
मसला ए ज़िंदगी से , सबब ये लिया गया
महँगी बड़ी है जान की क़ीमत न लगाना
हर रूह में एक नूर ख़ुदा का दिया गया